लालकिताब की शुरुआत 


ज्योतिष जानए वालों के लिये लालकिताब कोई नया नाम नही है,यह भारत के उत्तरी भाग में बहुत ही प्रचलित है,ज्योतिष में विश्वास रखने वाला कोई भी व्यक्ति लालकिताब को पढने के बाद उससे दूर नही जा सकता है,सभी ज्योतिषकर्ता इस पर अटूट विश्वास करता है.
आंख बन्द कर और बिना कुंडली देखे जब किसी के प्रति उपाय दिया जाता है,तो मान लिया जाता है कि सामने वाला लालकिताब का जानकार है,कठिनाई को जानकर और समझ कर कि यह कठिनाई किस ग्रह के द्वारा दी जा रही है,उसी ग्रह का उपाय दे दिया जाता है,और कठिनाई ठीक हो जाती है.
जैसे जब कुन्डली में राहु खराब होता है,तो दिमागी तकलीफ़ें बढ जाती है,बिना किसी कारण के दिमाग में [...]

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History of Lal Kitab and its Difference with Vedic Astrology

In the eighteenth century, in one of the regions of Punjab which comes under Pakistan at present, Pandit Girdhari Lal Sharma was placed on a government post under British government. British government, while digging land in Lahore, found some boards on which Urdu and Persian words were inscribed. These boards were shown to Pandit Girdhari [...]